अपने गरीब भाई-बहनों के लिए लघु उद्योग धन्धे खोले जाने की व्यवस्था करता ताकि वे सम्मानपूर्वक अपना जीवन यापन करने के साथ ही अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति कर पाते।इसके बाद बेसहारा बच्चों के लालन-पालन के लिए उचित आहार,रहने और उनकी शिक्षा का भी उचित प्रयास करता।।
©Rajkumari Chaudhary