ये चांद. ये रात. ये रास्ता. भी
खामोश है।
क्यूँ,
इनसे तो मेरी हर रात बात होती थी।
खुद के साथ, krta था
बातेँ उसकी भी
इसी राह पर इन सब से
मुलाकात होती थी।
जानें क्यूँ खामोश
ये लव मेरे और इनके
brna यहाँ तो बस खुशियों
कि बरसात होती थी।
©Prant Sahu
#lonely