लगी हुई है आग मेरे घर में
मैं बिना मरे जल रहा हूं
आस में है सब ठीक हो
जाएगा सब
मैं वो कभी न आने वाला
कल रहा हूं
हुआ न कभी मन को
खुशी का अहसास
हर लम्हा दर्द मे पलता जो
मैं वो मरा हुआ पल रहा हूं
जल उठी है रूह मेरी
रोज के दर्द से
मैं बिना मरे जल रहा हूं
🚶Awara अम्बर
©Awara अम्बर ,M