उन का या अपना तमाशा देखो
जो दिखाता है ज़माना देखो
वक़्त के पास हैं कुछ तस्वीरें
कोई डूबा है कि उभरा देखो
या किसी पर्दे में गुम हो जाओ
या उठा कर कोई पर्दा देखो
दोस्ती ख़ून-ए-जिगर चाहती है
काम मुश्किल है तो रस्ता देखो
अपनी नीयत पे न जाओ 'बाक़ी'
रुख़ ज़माने की हवा का देखो
©words_of_heart_pa
उन का या अपना तमाशा देखो
जो दिखाता है ज़माना देखो
वक़्त के पास हैं कुछ तस्वीरें
कोई डूबा है कि उभरा देखो
या किसी पर्दे में गुम हो जाओ
या उठा कर कोई पर्दा देखो