कुछ नहीं उलूल झुलूल लिखता हूं... दिल पे मत लेना, म

"कुछ नहीं उलूल झुलूल लिखता हूं... दिल पे मत लेना, मैं फ़िज़ूल लिखता हूं... नवाज़िश है आपकी जो शायरी समझते है... मैं अपने गुज़रे ज़माने की भूल लिखता हूं... ©Neeraj Verma"

 कुछ नहीं उलूल झुलूल लिखता हूं...
दिल पे मत लेना, मैं फ़िज़ूल लिखता हूं...
नवाज़िश है आपकी जो शायरी समझते है...
मैं अपने गुज़रे ज़माने की भूल लिखता हूं...

©Neeraj Verma

कुछ नहीं उलूल झुलूल लिखता हूं... दिल पे मत लेना, मैं फ़िज़ूल लिखता हूं... नवाज़िश है आपकी जो शायरी समझते है... मैं अपने गुज़रे ज़माने की भूल लिखता हूं... ©Neeraj Verma

#reading

People who shared love close

More like this

Trending Topic