दोस्तों,,,,,जीवन एक मधुवन है,,,
संघर्षों का,,,,, मुस्कानों का,
जीवन का हर एक पहलु बहुत महत्वपुर्ण है
"हम हमारी बर्बादियों पर रोते है जबकि उसे भी आप जश्न का रुप दीजिए ,,,,नया जीवन मिल जायेगा,,
जैसे,,हर फिक्र को धुँए में उडाता चला गया,
मैं जिदंगी का साथ निभाता चला गया
बर्बादियों का शोक मानना फिजुल था
मैं बर्बादियों का जश्न मनाता चला गया,,,,यही मनोविज्ञान हमारे जीवन का हो तो मजा कई गुना हो जाता है,,,,,,,,