Village Life शेर 1:_ शहरों में पढ़ने वाले बच्चे..
मौसम की तरह होते हैं।
गांव के इंतजारनुमा वृद्ध....,
कोई बीत चुका जमाना।
शेर 2:_ उसे पता होता है
कि मर जाने के बाद..
वो न देख पाएगी,
ना ही अफसोस कर पाएगी।
न जाने फिर भी क्यूं..
टकटकी लगाए रहती है
मेरी दादी मां?
किसके लिए धड़कती है वो?
___ Adv. Abhinav Anand Biharibabu
©Biharibabu Abhinav*
#villagelife