कलमों की लड़ाई में ना जाने क्या क्या खोने पड़े, तितलियां झूले सखी अल्हड़पन सब के सब झमेले हुए। नजर उठे जब निकलूं घर से क्या युद्ध नहीं निर्णायक हुए , व्यंग्यबाण का दूं जवाब लेकिन तरकस भी तो हैं पहचाने हुए। ©Soni s... sad Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto