आँखों ने इजाज़त नहीं दी,
अश्क दरवाज़ा खटखटाते रहे ......
कुछ अनकहा रह गया था,
नींदों में हम बडबडाते रहे .......
@निशीथ
©Nisheeth pandey
आँखों ने इजाज़त नहीं दी,
अश्क दरवाज़ा खटखटाते रहे ......
कुछ अनकहा रह गया था,
नींदों में हम बडबडाते रहे .......
@निशीथ