Unsplash बारिश और साथ तुम्हारा,
भीगे जज़्बातों को लगे किनारा..!
एहसासों की नदिया में,
अथाह इश्क़ का हुआ गुज़ारा..!
हम दोनों और दिलों के बीच,
बसाये सनम यूँ नगर ये प्यारा..!
हौले हौले डोले हवा,
दवा मोहब्बत की हो तुम यारा..!
टूटे बिखरे दिल को मेरे,
अपने प्रेम से तुमने सँवारा..!
ख़ुद का कम यूँ मैं सनम,
पूरा हो गया कब का तुम्हारा..!
©SHIVA KANT(Shayar)
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