एक दौर से गुजरे
कई दौर बाकी हैं
मंजिले अभी कहा मिली
अभी तो दौड़ बाकी हैं
राहो सी की गुफ्तगू
हजारों गलियां बाकी हैं
एक दौर से गुजरे
कई दौर बाकी हैं
कोशिशे की हर लम्हा उम्दा हो
पर किस्मत की भागदौड़ अभी बाकी हैं
एक दौर से गुजरे******!
©kanchan Yadav
#dhundh