ये बातें, हमें ये समझ हमें माता-पिता भी नहीं दे सकते लेकिन हमें अपने विचार इतने परिपक्व करने होंगे कि हमें अपनो का शौषण/हिंसा और प्यार में फर्क समझ आए और उसके लिए कोई रास्ता निकाल पाए। केवल माता पिता का कर्तव्य नहीं है कि वहीं अपने परिवार का रक्षण करें, बच्चें भी अच्छे बुरे की समझ पैदा करके माता पिता को या परिवार को सुरक्षा सहारा हिम्मत दे सकते है,
गलत के खिलाफ होकर।कभी परिवार के अन्य सदस्यों से या दोस्तो से जान पहचान के लोगो से बात करके, उनसे सलाह लेकर उनके साथ से कानूनी कार्यवाही से भी। बुरे क