तेरी चुप सुनता हूँ मैं यादों के शामियाने में, दो घ
"तेरी चुप सुनता हूँ मैं
यादों के शामियाने में,
दो घूँट उम्र बची है
ज़िन्दगी के पैमाने में,
आ भी जाओ लौटकर
एक-एक घूँट पियेंगे दोनो,
चला जाऊंगा इक रोज़
तो ढूंढोगे मयख़ाने में।
-Suniel Chouhan 💜 #NojotoQuote"
तेरी चुप सुनता हूँ मैं
यादों के शामियाने में,
दो घूँट उम्र बची है
ज़िन्दगी के पैमाने में,
आ भी जाओ लौटकर
एक-एक घूँट पियेंगे दोनो,
चला जाऊंगा इक रोज़
तो ढूंढोगे मयख़ाने में।
-Suniel Chouhan 💜