White आज सुबह जब फोन देखा तो पाया मेरे एक पागल से दोस्त ने कई सारे मेसेजस् किये हुए हैं...क्या हुआ सुबह सुबह इसे, इतने मेसेजस् की बरसात क्या बात हैं... कहता हैं मैंने एक लड़की को प्रोपोज कर दिया बदले में उस लड़की के जो रिप्लाई थे दोस्त ने स्क्रीन शॉट भेजे हुए थे..... उन स्क्रीन शॉट्स में ये बड़ी बड़ी गंदी गालियाँ लिखी हुई थी... सच में ये देख कर बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई.... एक लड़की भी इतनी शुद्ध हिंदी में ऐसी ऐसी गालियाँ दे सकती हैं..... सच में साबित करती हैं की लड़कियां लड़कों से किसी मामले में कम नहीं हैं यहाँ तक की आज की लड़कियां गालियाँ देने में भी पी ए च डी की हुई हैं .... मेरा कहने का ये आशय बिल्कुल नहीं हैं की ऐसे ही किसी भी लड़के के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया जाए या उसे कुछ ना कहा जाए.... पर ना कहने ये कौन सा तरीका हुआ.... सीधे गालियों पर उतर आना कौन सी सभ्यता की पहचान हैं???????
अब मेरा ये दोस्त सच में कितना बेवकूफ हैं खैर मैं ये बात जानती हूँ.... तो सबसे पहले तो मैंने खुद उसकी क्लास लगाई... की ऐसे कैसे किसी भी अंजान लड़की को सीधा प्रोपोज कर दिया बिना उसे जाने पहचाने..... गलती तो पहले उसकी थी ना..... मैं सोच में पड़ गयी...... आखिर ये लड़के बस किसी भी लड़की की खूबसूरती पर एक नजर में मर मिट ते हैं बिना ये जाने उस लड़की में तहजीब नाम की कोई चीज हैं भी या नहीं वो प्यार के लायक हैं भी या नहीं.... बस कोई भी राह चलती इन लड़कों को अच्छी लग जाती हैं.... सीधे जाकर कम अक्ल के जैसे.... यूँ ही प्रोपोज कर देते हैं ........... आखिर कब समझेंगे लड़के की सूरत से खुबसूरत हजार मिल जायेगी पर साथ वो ही निभा सकती हैं जो सीरत की खूबसूरती रखती...... खैर लड़कों का तो गुणगांन् ही क्या किया जाए...... ये लोग समझते कहाँ हैं...... मेरी सलाह उसे कितनी समझ आई होगी ये तो भगवान जाने.....
अब बात आती हैं लड़कियों की ये जाहिर सी बात हैं हर लड़की को ऐसे प्रोपोसल् तो आते ही रहते हैं..... क्युकी लड़कियों को प्रोपोज करना हर लड़की पर ताक लगाए रखना तो लड़के अपना जन्म सिद्ध अधिकार समझते हैं........ और शायद इसी के चलते आज कल लड़कियां किसी लड़के से सीधे मुह बात करना पसंद नहीं करती...... क्युकी जुर्म ने प्रचंड रूप भी तो सिर्फ लड़कियों हम स्त्री जाति को ही सबसे ज्यादा दिखाया हैं तो उनकी इस कटुता का स्वभाव में होना तो लाजमी हैं.......
पर कहना चाहूँगी की बहुत जरूरी हैं हम लड़कियों को सही गलत की पहचान होना ,समझदार होना की यूँ ही कोई भी आकर अपनी गंदी गलत नजरे ना डाले...... पर अंतर होता हैं समझदार होने और बद्तमीज होने में जैसे हम लड़कियों को बर्दाश नहीं की कोई हमारे साथ अभद्र व्यवहार करें हमें अपशब्द कहे उसी तरह हम लड़कियों को भी कोई अधिकार नहीं . ......
©Timsi thakur
#sad_quotes