ये मोहब्बत है मेरी जो तुझे भुला नहीं पाया, अब तक या किसी और के ना मिलने से, हावी, अकेलापन मेरा। सिर्फ फरेब ही रहा हर बार इन गजलो में मेरी क्यों इकतरफा सा है, ए कलम , ये बांझपन तेरा। ©Shekhar Kaushik #YouNme Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto