अर्ज किया है.......
हर सबेरा प्रकाश तो आता है पर सूरज नही आता।
और ये समय का खेल अनोखा है साहब।।
हर बहन के हिस्से भाई नही आता।
जिस प्रकार सूरज बादल की बेड़ियो मे बँधा होता ।।
उस प्रकार जिम्मेदारियाँ उसको कस कर रखती है।
इसलिए कोई कोई बहनो का भाई घर नही आता।।
किसी बहन का भाई शरहद पर खड़ा।
कोई भविष्य बनाने की ख़ातिर बहनो से दूर रह जाता है।।
समय समय की बात है साहब ।
हर रात चाँद तो आता है लेकिन अँधेरा नही जाता ।।
©-प्रताप
#Rakhi