White एक दिन ढला और रात हो गई,
देखो ना ,आज फिर तुम्हरी याद आ गई।
सोचा था अब तुम्हें नहीं चाहूंगी,
पर देखो ना,ये दिल आज फिर मेरी नहीं सुनी।
टूटे ख़्वाब और अनसुलझे सवाल है दिल में,
पर देखो ना, बिन तुम्हारे ये सुलझ भी नहीं पाई।
खैर अब तो आदत सी हो गई है मुझे,
ये सोच कर आज मैं फिर मुस्कुराई।
©Ruhi
dekho na