White बहन हमें याद है जब हम पढ़ते थे.
छोटी छोटी बातों पे कितना लड़ा करते थे !
तेरे जैसा कोई ना मिला ओ मेरी बहना और ना कोई और है,
मेरी कलाई पे जो बांधती थी मुझे याद आज भी ओ डोर है!
मैंने कहा था ओ मेरी बहना राखी का ओ फ़र्ज़ निभाऊंगा,
तुम्हें हर संकट से बचाऊंगा ,
पर तुझे न बचा पाया!
आज वो दिन मुझे फिर याद आया,
कलाई तो अव सुनी पड़ी पर याद तो ,
अवि भी हमें है जब हम पढ़ते थे,
छोटी छोटी बातों पे कितना लड़ा करते थे!
Miss you behna😭😭
©Manish Kumar gupta
#raksha_bandhan_2024 हिंदी कविता rakhi pe kavita