White पतझड़ सिखाता है,
बिना मोह के जाने देना कितना सुंदर होता है!
अपनी सबसे सुंदर कोमल पत्तियों का भी डाली स्वयं परित्याग कर देता है..
जो पत्तियां डाल नहीं त्यागती वो वहीं डाली पर लटके हुए ही कंकाल में परिवर्तीत होने लगती हैं।
प्रकृति की सुंदरता अनित्यता को स्वीकार करने में है! कब कहां उपस्थित रहना है!
इससे महत्वपूर्ण ये बोध होना है
कि कब उस स्थान को त्याग देना है।
यही जीवन चक्र है..
यह स्वीकार करते हुए कि हर विदा
एक नए प्रारंभ की आश्वस्ति लेकर आता है।
©Manvi Singh Manu
#good_night