ना जाने क्या तकता रहता हूं
ना जाने क्यों हर चीज से थकता रहता हूं
ये मैं हूं,
या फिर कोई और
क्योंकि,
पहले तो कभी ऐसा ना था
या फिर ऐसा था,
पर मुझे पता नहीं था
जब से बाल्यावस्था की
शुरुआती समझ आई थी
तब से ये आंखे
दूर क्षितिज के आसमान में
ना जाने किसको तलाशती रहती हैं
जैसे किसी से
अनगिनत सवालों के जवाब चाहती हैं
कि क्यों!
ऐसा क्यों?
आखिर क्यों ???
क्यों ,क्यों, क्यों,,....
©Rakesh frnds4ever
#Aasmaan
#नाजाने क्या तकता रहता हूं
ना जाने क्यों हर चीज से थकता रहता हूं
ये #मैं हूं,
या फिर कोई और
क्योंकि,
पहले तो कभी ऐसा ना था
या फिर ऐसा था,