तेरे चरणों की अभिलाषी हूं
मैं तेरी भक्ति की प्यासी हूं
राधा रमन मेरे राधा रमन
आंगन मैं तेरे जन्मी हूं तेरे ही घर की माटी हूं
अब कृपा करो प्रभु कृपा करो
मेरे राधारमण,मेरे राधारमण
ये दो चंचल तेरे मृगनयना
इनमे डूबी कुछ भूली कुछ बिसरी
एक टक तेरी मुस्कानिया पे
में बलिहारी न्योछारी हूं
मेरे राधा रमण मेरे राधारमण
©Bhumika kaushik
#Krishna