"जहां ज़िंदगी का बसेरा
एक कमरा है मेरा
हर ज़िक्र यादें बातें हे
साथ महताब का सहारा
आफ़ताब सपनो में सुनहरा
जहान से भी ये सुकून भरा
हर-सम्त से आशियाना है पूरा
ये कमरा में बसता दिल मेरा
खिड़कीे से टिके बारिश में कॉफी का मज़ा
मानो मनाज़िर वो दरिया का किनारा
कमरा मैंने हर हालातों में गुज़ारा
अब तक का हमसफ़र है मेरा
एक अज़ीज़ कमरा हैं मेरा ।
~ अलिशायरा🦋"