मन बहुत दुखी है रोता है हैप्पी रमजान कहूँ कैसे। अतिथि को हमने देव कहा तुमको मेहमान कहूँ कैसे। तुम मानवता के द्रोही हो , तुम बहशी और दरिंदे हो, तुम दिखते हो इंसान मगर तुमको इंसान कहूँ कैसे। ©Ketan Tripathi #fog Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto