वो चार दिन की चांदनी,
और उसकी यादें.....
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वो चार दिन की चांदनी, और उसकी यादें अंधेरी रात है, न जाने क्या सोच बैठा खुदा, मेरी किस्मत को लिखते-लिखते, क्योंकि आज मेरे हिस्से बस अंधेरी रात है, बस अंधेरी रात है......
©md mujammil
#lonely #💖वो चार दिन की चांदनी, और उसकी यादें 💫😍❤️