"#khayal
कुछ इरादा आज खुद से थोड़ा ज्यादा ही कर लिया
मैं नाकारा उस मोड़ तक जाने का वादा कर लिया।
जहाँ के काफ़िर तो हमे बहुत दिखते हैं
पर मंजिल पे शायद ही कोई मिलते हैं
न जाने क्या सोचा जो लोगो से किनारा कर लिया
कुछ इरादा आज खुद से थोड़ा ज्यादा कर लिया ।।
बीच मे कई अपने छूटेंगे काफ़ी सारे सपने भी टूटेंगे
ना जाने किस मुक़ाम पे ये जिंदगी होगी
जब मेरी मंजिल के रास्ते मुझसे मिलेंगे ।
ये जो मेरी कस्ती हैं वो लहरों में इतना क्यों फसती हैं
अरे कभी न कभी तो किनोरो से मिलेंगे
अभी भले ये दुनिया हमपर हसती हैं ।।"