voters day quotes in hindi आशाएँ धसती गई
राजनीति में कौन ग़ैर?
चुनावों में किससे बैर?
मतों में उलझे उन्नतियों के पथ, बस;
सभाएँ सजती गई,
आशाएँ धसती गई!
कौन किस धड़े में अड़ा?
कौन किस जत्थे से जुड़ा?
मतों में नीरस हुए शब्दों के अर्थ, बस;
भावनाएँ मिटती गई,
आशाएँ धसती गई!
चले सत्ता लोभियों के द्वंद,
ठस नेताओं के अफडंड,
मतों में फसे धर्म-कर्म के रथ, बस;
गरिमाएँ लुटती गई,
आशाएँ धसती गई!
डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि' 🇮🇳
©Anand Dadhich
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