Unsplash गर तू मेरी जमीं होती
तो आसमां मैं तेरा होता।
जहां जहां तेरे पैर ठहरते
वो चमन गुलिस्तां होता।
सूरज की तपिश मुझसे होके
सुनहरी धूप का आशियां होता।
गर तू मेरी जमीं होती
तो आसमां मैं तेरा होता।
©Banarasi..
#lovelife गर तू मेरी जमीं होती
तो आसमां मैं तेरा होता।
जहां जहां तेरे पैर ठहरते
वो चमन गुलिस्तां होता।
सूरज की तपिश मुझसे होके
सुनहरी धूप का आशियां होता।
गर तू मेरी जमीं होती
तो आसमां मैं तेरा होता।