White जिसको मिलोगे तुम, मुझे उसकी तकदीर पढ़नी है, ऐ | हिंदी Shayari

"White जिसको मिलोगे तुम, मुझे उसकी तकदीर पढ़नी है, ऐसी क्या बात थी उसमें, जो मेरे नसीब में नहीं है..             कि, वो लकीरें, जो तेरी झलक दिखला देतीं,            शायद, वो मेरे हाथों में कभी बनी ही नहीं है !            मुझे मिलना था तुझसे एक अनजान सफर में,            पर वो रास्ते भी मेरे मुक़द्दर में नहीं है.! मेरा दिल हर धड़कन के साथ तुझे पुकारता है, पर ये आवाज़ें तू कभी सुनी ही नहीं है... कभी तुझसे मिलूँगा ये उम्मीद जिंदा है, मगर ये हक़ीक़त शायद मेरी हसरतों में नहीं है..!            मैंने दिल के हर कोने में ढूंढा तुझे,                    और समझाता रहा मन को रात भर...          कि वो किस्मत का अधूरा पन्ना है,                     जो तेरे हिस्से की तहरीर में नहीं है..! अब आंखों के आँशु भी सूखने लगे हैं,         अब दिल को तुझसे कोई शिकायत नहीं है, जख्म इतने गहरे लगे हैं दिल पर, कि दर्द का एहसास नहीं होता,         क्या करूँ मेरी जान, अब रोने की आदत नहीं है...! कि जिसको मिलोगे तुम, मुझे ...... ... ... ... ... ©Vats_Ki_Vani"

 White जिसको मिलोगे तुम, मुझे उसकी तकदीर पढ़नी है,
ऐसी क्या बात थी उसमें, जो मेरे नसीब में नहीं है..
            कि, वो लकीरें, जो तेरी झलक दिखला देतीं,
           शायद, वो मेरे हाथों में कभी बनी ही नहीं है !

           मुझे मिलना था तुझसे एक अनजान सफर में,
           पर वो रास्ते भी मेरे मुक़द्दर में नहीं है.!
मेरा दिल हर धड़कन के साथ तुझे पुकारता है,
पर ये आवाज़ें तू कभी सुनी ही नहीं है...

कभी तुझसे मिलूँगा ये उम्मीद जिंदा है,
मगर ये हक़ीक़त शायद मेरी हसरतों में नहीं है..!
     
     मैंने दिल के हर कोने में ढूंढा तुझे,
                   और समझाता रहा मन को रात भर...
         कि वो किस्मत का अधूरा पन्ना है, 
                   जो तेरे हिस्से की तहरीर में नहीं है..!

अब आंखों के आँशु भी सूखने लगे हैं,
        अब दिल को तुझसे कोई शिकायत नहीं है,
जख्म इतने गहरे लगे हैं दिल पर, कि दर्द का एहसास नहीं होता,
        क्या करूँ मेरी जान, अब रोने की आदत नहीं है...!

कि जिसको मिलोगे तुम, मुझे ......

...
...
...
...

©Vats_Ki_Vani

White जिसको मिलोगे तुम, मुझे उसकी तकदीर पढ़नी है, ऐसी क्या बात थी उसमें, जो मेरे नसीब में नहीं है..             कि, वो लकीरें, जो तेरी झलक दिखला देतीं,            शायद, वो मेरे हाथों में कभी बनी ही नहीं है !            मुझे मिलना था तुझसे एक अनजान सफर में,            पर वो रास्ते भी मेरे मुक़द्दर में नहीं है.! मेरा दिल हर धड़कन के साथ तुझे पुकारता है, पर ये आवाज़ें तू कभी सुनी ही नहीं है... कभी तुझसे मिलूँगा ये उम्मीद जिंदा है, मगर ये हक़ीक़त शायद मेरी हसरतों में नहीं है..!            मैंने दिल के हर कोने में ढूंढा तुझे,                    और समझाता रहा मन को रात भर...          कि वो किस्मत का अधूरा पन्ना है,                     जो तेरे हिस्से की तहरीर में नहीं है..! अब आंखों के आँशु भी सूखने लगे हैं,         अब दिल को तुझसे कोई शिकायत नहीं है, जख्म इतने गहरे लगे हैं दिल पर, कि दर्द का एहसास नहीं होता,         क्या करूँ मेरी जान, अब रोने की आदत नहीं है...! कि जिसको मिलोगे तुम, मुझे ...... ... ... ... ... ©Vats_Ki_Vani

#GoodMorning

People who shared love close

More like this

Trending Topic