अजीब फैशन तैयार उसका" अजीब फैशन था यार उसका, लिबा | हिंदी शायरी

"अजीब फैशन तैयार उसका" अजीब फैशन था यार उसका, लिबास काट काट के, टुकड़ों में जिस्म दिखाने का। न चाहते हुए भी नज़र चली ही गई वर्बश, और दिल किया, एक गुनाह करके मर जाने का। पता नहीं ये किसका असर था मेरे दिमाग़ पे, बहके हुए मौसम, हसीन साक़ी या मैखाने का। ©Anuj Ray"

 अजीब फैशन तैयार उसका"

अजीब फैशन था यार उसका, लिबास
 काट काट के, टुकड़ों में जिस्म दिखाने का।

न चाहते हुए भी नज़र चली ही गई वर्बश,
और दिल किया, एक गुनाह करके मर जाने का।

पता नहीं ये किसका असर था मेरे दिमाग़ पे,
बहके हुए मौसम, हसीन साक़ी या मैखाने का।

©Anuj Ray

अजीब फैशन तैयार उसका" अजीब फैशन था यार उसका, लिबास काट काट के, टुकड़ों में जिस्म दिखाने का। न चाहते हुए भी नज़र चली ही गई वर्बश, और दिल किया, एक गुनाह करके मर जाने का। पता नहीं ये किसका असर था मेरे दिमाग़ पे, बहके हुए मौसम, हसीन साक़ी या मैखाने का। ©Anuj Ray

# अजीब फैशन था यार उसका"

People who shared love close

More like this

Trending Topic