दर्द देगे अपने ही
कभी अहसान लेके देखना
करेगे खड़ा कटघड़े में
ज्यादा सम्मान देके देखना
कहने को हम तुम्हारे है
संबंध सबसे न्यारे है
आप हमको सबसे प्यारे है
सच में ये सब झूठे सहारे है
गर तकलीफ में हो तुम
पहला वार इनका होगा
गर हो तुम सम्पन्न
तो पहला प्यार इनका होगा
अर्थ की आड़ में झुकाएगे तुम्हे
तुम पूरी तरह टूट जाओ
इतना रूलायेगे तुम्हे
ये अंतिम सत्य है
कोई अपना नहीं जहान में
सफलताएं संबंध बनवाती है
विफलताये संबंध तुड़वाती है
अब रूह जोड़ेंगे नही,
"गालिब" किसी से
जमाने से एतबार उठ गया
किसी को समझते थे हम सहारा
वो सहारा भी अब टूट गया
दर्द देगे अपने ही
कभी अहसान लेके देखना
करेगे खड़ा कटघड़े में
ज्यादा सम्मान देके देखना
राजेश शर्मा 🖊️
©Rajesh Sharma
दर्द देगे अपने ही....