जिसे कुदरत ने संवारा हो उसमे नुक्स निकालने की हिमाकत कौन करे, जिसे इश्क ने किया हो बीमार उसे , शिफा देने की जुर्रत कौन करे। बर्बाद हो गए खुद बददुआ देने वाले, जो खुद ही अपनी हस्ती मिटाए बैठे हो उन्हें आबाद कौन करे। (चाहत) ©Chahat Kushwah Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto