नव प्रभात संग नव प्रभाव युत अन्तस् नव नव भाव री, नवल वर्ष हित उत्स-नवल चित्त मंगल मधु-रव गाव री, शुभकरी शरद वरद ऋतु वर्षा अभिमंत्रित कर धाव री, आतप शीतल सुखद न त्रासद सरस सलिल बरसाव री। सांध्यगीत #नववर्ष #हिन्दू नववर्ष #SunSet Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto