Unsplash रिश्ते का अर्थ ही अगर ना समझे
तो फिर क्या बुनना , क्या चुनना
जीवन बेशकीमती कालीन सा है
हर कदम सही चुनना साफ चलना
मन अगर चलने को ही नहीं दे साथ
कभी भी दौड़ने की राह मत चुनना
राह मुश्किल है मगर मुस्कान भरी
मन कहे ऐसा तो संग जरूर चलना
©सुरेश सारस्वत
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