White जन्म लेते ही छीन लिया बचपन मेरा
आशाएं छीनी मुझसे सपना मेरा छीन लिया
मर्यादा का पाठ पढ़ा मुझे
खुद मर्यादा वो कैसा भूल रहा
घर की चार दिवारी हो
या बस की कोई सवारी हो
नियत लिए गंदी पिता बिटिया के संग
भाई बता बाहर अस्मत देखो लूट रहा।
किसपर विश्वास करूं किसपर संशय आज करूं
प्रश्न हमेशा मन मे दौड़ रहा
जन्म लेते ही छीन लिया बचपन मेरा
आशाएं छीनी मुझसे सपना मेरा छीन लिया
इंजीनियर डॉक्टर थीं बनना चाहतीं
ख्वाब मेरा वो मुझसे दूर किया
जन्म लेते ही छीन लिया बचपन मेरा
आशाएं छीनी मुझसे सपना मेरा छीन लिया
©sushil
#World_Photography_Day @khushi-saini" title="@khushi saini">@@khushi saini @khushi @Munni Sangeet... @Sircastic Saurabh