Unsplash चंद दराज़ों से वो हरदम झाँकता है, अन्दर या बाहर वो हरदम यही भाँपता है मिट रहा है कतरा-कतरा अस्त्तित्व सभी का, फिर भी हर इंसा ज़िन्दगी यूँ ही क्यों काटता है॥ "हिमांश" ये ज़िन्दगी अब यूँ ही बसर नहीं होगी.... ©Death_Lover #traveling #ज़िन्दगी #मौत #अस्त्तित्व #शास्वत #जीवन #मृत्यु Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto