समा बनाया है जिसने भी है उल्फत भरा,
किसी को किसी की परवाह अब नहीं,
है ज़ालिम उसकी छत्रछाया,
कहीं तो पनाह मिले रहगुज़र के लिए,
वर्ना
बर्बाद तो सारा जहाँ होने को है.....
#beingoriginal
#समा बनाया है जिसने भी है उल्फत भरा,
किसी को किसी की परवाह अब नहीं,
है ज़ालिम उसकी छत्रछाया,
कहीं तो पनाह मिले रहगुज़र के लिए,
वर्ना
बर्बाद तो सारा जहाँ होने को है.....
#My_inspirational_voice