किसी जानवर को मारना उस पर हाथ उठान हम सही नहीं मानते फिर औरत पर कैसे हाथ उठ जाता है? मारना कभी सही नही होता, चाहें शारीरिक रूप से हो या मानसिक भावनात्मक रूप से ही सही हिंसा हिंसा है, हम युवाओं को गलत चीजों को हमें बढ़ावा नहीं देना है, ऐसे धीरे धीरे हाथ उठाने से ही लोग बड़े और गलत काम करने की हिम्मत पाते है, औरत कमज़ोर नही है जो आपके हाथ उठाने से आपको पलट कर पीट न सके या कुछ सुना न सके वो अपना रिश्ता उसमे बचे अहसास हो खत्म नहीं करना चाहती इसलिए चुप रह जाती है और मारने वाला समझता हैं अरे मजा आ गया ये तो कुछ करती ही नही, मजा ना लो अगर घर बचाना है रिश्तों में अहसास बचाना है तो, औरत की गलती हो या नही फिर भी उसे मारा जाएं सुनाया जाए ये सही है क्या? किसी आदमी की किसी पिता की कितनी बार बड़ी गलती होती है तब कितनी बार उनकी औरतों ने उनको पीटा होगा या बोलकर इतना torture किया होगा के वो दब कर रहे सहमे रहे आत्मविश्वास ही खत्म हो जाए?कभी नहीं।हमारे आस पास ही कितनी औरते है जिनको हम ये सब सहते देखते है और कभी खुद पर अपने समाज और मानसिकता पर गुस्सा करते है की ये कोई हमारी संस्कृति है ?औरत को उत्पीड़ित करना, हम आप ही समाज है हर छोटा और बड़ा इंसान हम समाज है लेकिन ये टिका सिर्फ आप हम जैसे कुछ लोगो पर है जो समाज को रहने लायक बनाना चाहते है, अभी इतना समय हो गया है फिर भी औरत की ये स्थिति है कितनी शर्म और दुख की बात है, एक छोटे तबके को हम उनको हौसला देकर अपने साथ लेकर नही चल सकते जबकि वे है तो आपकी हमारी मां बहन बेटी पत्नी ही उनकी वजह से हम मकान को घर और लोगो को अपना कह पाते है वो है तो घर संस्कृति सभ्यता है आत्मा है हमारे रिश्तों/घर/सभ्यता/संस्कृति की। हम कुछ नही कर सकते समाज को बदलने के लिए लेकिन गलत चीज को बढ़ावा देने से अच्छा चुप तो रह सकते है। हम औरत की जिंदगी सुधारेंगे हम ही अपनी मां के बच्चें और औरत में छिपी अपनी मां बहन बेटी दोस्त या इंसान को हम अहसास दिलाएंगे की वे अकेली नहीं है आप कुछ नहीं कहो साथ ना दो तो भी हम आपके लिए लड़ेंगे हम online मुहिम शुरू कर रहें है #Metoo की तरह #MissionMaanyMaang #मिशनमान्यमांग #3M
कहीं हमें लगा किसी औरत के साथ किसी भी तरह को हिंसा हो रही हैं हम बिना किसी अनुमति के police रिपोर्ट कर देंगें और आपको पता भी नही चलेगा।
आदमी /समाज की स्थिति तभी सुधरेगी जब औरत की स्थिति सुधरेगी, औरत नीव हैं नीव मजबूत हो तो विशालकाय निर्माण स्वतः होगा।
हम युवा एक होकर इस हिंसा नामक अभिशाप को अपने घरों से अब दूर करके ही रहेंगे। देश दुनियां समाज न सही अपने घर तो हम हिंसा मुक्त करके ही रहेगें, साथ दो भाई बहनों औरत का please... 🙏🏻
किसी जानवर को मारना उस पर हाथ उठान हम सही नहीं मानते फिर औरत पर कैसे हाथ उठ जाता है? मारना कभी सही नही होता, चाहें शारीरिक रूप से हो या मानसिक भावनात्मक रूप से ही सही हिंसा हिंसा है, हम युवाओं को गलत चीजों को हमें बढ़ावा नहीं देना है, ऐसे धीरे धीरे हाथ उठाने से ही लोग बड़े और गलत काम करने की हिम्मत पाते है, औरत कमज़ोर नही है जो आपके हाथ उठाने से आपको पलट कर पीट न सके या कुछ सुना न सके वो अपना रिश्ता उसमे बचे अहसास हो खत्म नहीं करना चाहती इसलिए चुप रह जाती है और मारने वाला समझता हैं अरे मजा आ गया ये तो कुछ करती ही नही, मजा ना लो अगर घर बचाना है रिश्तों में अहसास बचाना है तो, औरत की गलती हो या नही फिर भी उसे मारा जाएं सुनाया जाए ये सही है क्या? किसी आदमी की किसी पिता की कितनी बार बड़ी गलती होती है तब कितनी बार उनकी औरतों ने उनको पीटा होगा या बोलकर इतना torture किया होगा के वो दब कर रहे सहमे रहे आत्मविश्वास ही खत्म हो जाए?कभी नहीं।हमारे आस पास ही कितनी औरते है जिनको हम ये सब सहते देखते है और कभी खुद पर अपने समाज और मानसिकता पर गुस्सा करते है की ये कोई हमारी संस्कृति है ?औरत को उत्पीड़ित करना, हम आप ही समाज है हर छोटा और बड़ा इंसान हम समाज है लेकिन ये टिका सिर्फ आप हम जैसे कुछ लोगो पर है जो समाज को रहने लायक बनाना चाहते है, अभी इतना समय हो गया है फिर भी औरत की ये स्थिति है कितनी शर्म और दुख की बात है, एक छोटे तबके को हम उनको हौसला देकर अपने साथ लेकर नही चल सकते जबकि वे है तो आपकी हमारी मां बहन बेटी पत्नी ही उनकी वजह से हम मकान को घर और लोगो को अपना कह पाते है वो है तो घर संस्कृति सभ्यता है आत्मा है हमारे रिश्तों/घर/सभ्यता/संस्कृति की। हम कुछ नही कर सकते समाज को बदलने के लिए लेकिन गलत चीज को बढ़ावा देने से अच्छा चुप तो रह सकते है। हम औरत की जिंदगी सुधारेंगे हम ही अपनी मां के बच्चें और औरत में छिपी अपनी मां बहन बेटी दोस्त या इंसान को हम अहसास दिलाएंगे की वे अकेली नहीं है आप कुछ नहीं कहो साथ ना दो तो भी हम आपके लिए लड़ेंगे हम online मुहिम शुरू कर रहें है #Metoo की तरह #MissionMaanyMaang #मिशनमान्यमांग #3M कहीं हमें लगा किसी औरत के साथ किसी भी तरह को हिंसा हो रही हैं हम बिना किसी अनुमति के police रिपोर्ट कर देंगें और आपको पता भी नही चलेगा। आदमी /समाज की स्थिति तभी सुधरेगी जब औरत की स्थिति सुधरेगी, औरत नीव हैं नीव मजबूत हो तो विशालकाय निर्माण स्वतः होगा। हम युवा एक होकर इस हिंसा नामक अभिशाप को अपने घरों से अब दूर करके ही रहेंगे। देश दुनियां समाज न सही अपने घर तो हम हिंसा मुक्त करके ही रहेगें, साथ दो भाई बहनों औरत का please... 🙏🏻