New Year 2024-25 नवम्बर में मुलाकात का तय था,
इंतजार में उसकी दिसम्बर भी गया।
अब तो बात पुरानी होने वाली है,
कैलेंडर पर भी साल बदलने बाली है।
बताओ तो क्या कारण क्या काम आ गया,
जो आने का समय बताकर उसे भुलाया गया।
कहा था मुझे कि बादाम खाया कर,
याददाश्त तेरी कमजोर है जरा ध्यान लगाया कर।
मुझे तो ये बात याद रही लेकिन,
मेरी जान तू भी तो वादा निभाया कर।
(चाहत)
©Chahat Kushwah
#Newyear2024-25 'हिंदी कोट्स'