वो भी क्या दिन थे जहाँ रातों खेले जाते खेल रगों की बरसात गीतों की धमाल अब नहीं रहे पहले जैसे मेल पहले सब की एकता, होली का दहन पर ऐसे जाते जैसे रेल जब से मोबाइल क्या आये,घर ही बन गए जेल ©yogi raj happy holi sab ko #Happy_holi Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto