White बेशक़्ल रहने दो, मुझे बेनाम रहने दो
सर पे मेरे हजारों ही इल्ज़ाम रहने दो
तमाम रात तेरी,महवे ख़्वाब में गुज़रे
मेरे हिस्से में यह उदास शाम रहने दो
वो यादें तेरी चुभती है जो नश्तर जैसी
रहने दो मेरे संग ही,है आराम रहने दो
दुआ या करम का,मैं हक़दार कहाँ हूँ
बड़े सुकूं से हूँ,गर्दिशे अय्याम रहने दो
कोईरोज़ समंदर के साहिल की रेत पे
हमदोनों ने लिखे थे, वो नाम रहने दो
ज़िंदगी फ़क़त है दौर ए सफर ऐ दोस्त
ख़्वाबों, ख़्यालों का एहतमाम रहने दो!!
©S.RaiComefromheart
#love_shayari