सोंचो ! क्या सोंचता होगा परवरदिगार उस जहां से । जो | हिंदी Shayari

"सोंचो ! क्या सोंचता होगा परवरदिगार उस जहां से । जो आपस में खुश नहीं हैं वो हमको क्या खुश करेंगें ।। ऋतेश मिश्र ©Ritesh Mishra"

 सोंचो ! क्या सोंचता होगा परवरदिगार उस जहां से ।
जो आपस में खुश नहीं हैं वो हमको क्या खुश करेंगें ।।

ऋतेश मिश्र

©Ritesh Mishra

सोंचो ! क्या सोंचता होगा परवरदिगार उस जहां से । जो आपस में खुश नहीं हैं वो हमको क्या खुश करेंगें ।। ऋतेश मिश्र ©Ritesh Mishra

#Dhund

People who shared love close

More like this

Trending Topic