दिले ऐ घर है जिनका
वो बदला बदला सा आया है
चेहरे पर मुस्कान झुठी लाया है
उसकी बातो में पुरानी वो बात ना रही
लगता है
इजहारे ऐ इशक किसी और से कर आया है
शायद यही बताने
लौट आया है
नजरे झूकी है उसकी और जुबान कांप रही है
कुछ कहना चहाता है वो
लगता है
जिंदगी भर ऐ वक्त मेरा किसी और को दे आया है
शायद यही बताने
लौट आया है
बिन कहे बहुत कुछ कह गया
मेरे हाथ में कुछ थमा गया है
कुछ ऐसे दिले ऐ कशमकश अपनी बता गया
लगता है
शायद यही बताने
लौट आया था वो