सुरज छिप रहा है,
उसकी लालिमा फैल रही है,
मेरे बदन को छू रही है,
एक गुनीगुनी सी,
तपिश दे रही है।
महबूबा जैसे हो,
बाहों में,
लिपटी वेल,
जैसे तरूवर से।
©Anil Kumar Jaswal
#प्यारकीलालिमा। Sudha Tripathi @heartlessrj1297 gaTTubaba Praveen Storyteller @Devesh Dixit