White प्यार है या कोई रोग
कमबख्त ला इलाज है
प्यार में इंसान पागल हो जाता है
दिन रात का अंतर समझ नहीं आता है
कभी उसके याद करने का तो कभी पास आने का
बस इंतजार करता रहता है
प्यार में इंसान वो जानवर हो जाता है
जिसे न कोई देखने वाला न साथ रखने वाला
बस कोने में रहकर खयालों में
अपने प्रेमी को याद करते रहता है
वक्त गुजरता है समय बदलता है
पर प्यार में पड़े आशिक का दिल ज्यों का त्यों रहता है
एक दिन ये बीमारी बढ़ते जाती है
प्रेम में पड़े आशिक की आंखें राह देखकर थम जाती हैं
दिल की धड़कनें रुक जाती हैं
प्रेमी का अंत समय आता है
विरह की पीड़ा से प्यार में पड़ा रोगी तड़पकर
मर जाता है ....
©NISHA DHURVEY
#Moon #pyaar