बेटी प्यार में पड़ती है वो सभी को दिखता है लेकिन उसे दिनभर काम में लगाना, बेटे के काम भी उससे कराना, घर बाहर का सब काम करने की योग्यता रखने पर भी उसे ही कमजोर और कम आंकना,कितने छोटे मन और दिमाग होते है मां बाप के।
वो कमाकर इज्ज़त पाना चाहती है केवल अपनो की नजरों में,लेकिन कभी उससे गलती हो जाए तो उसे उसके जीवन की आखरी गलती साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते आप, ऐसों के लिए बेटी ढोंग करती है उन्हे अपना मानने का जो आप लोगो से ही सीखा है😊
Dear parents. बेटियो को अक्षर ज्ञान ही ज़रूरी है तो आपको हमसे ज्यादा ज्ञान है आप ही क्यों नही ज्यादा कमा लेते ताकि हमारे सर से ये कमाने का भूत तो उतर जाए।
हमें भी अपना नाम बनाना है। हमे प्यार में ही नही पड़ना, सजना ही नही है,घर के कामों में मारे ही नही जाना है। साथ दे दो हमारा भी भाई पिता।😡
बहनें पढ़ती है तो उनको घर के काम में ना लगाना जितनी जिम्मेदारी मां पिता की है उससे कई ज्यादा भाई की है क्योंकि वो खुद को रक्षक मानता है बहन का,
तो आज के समय में यही रक्षा होगी आपकी बहनों की।
वे पढ़ती नही है तो भी क्या घर के कामों में लगे रहने दोगे?