Maa घुटनों से रेंग्ते रेंग्ते कब पैरो पे खड़ा हुआ...
तेरी ममता की छाओं में जाने कब मैं बड़ा हुआ...
मैं ही मैं हूं हर जगह, प्यार ये तेरा कैसा है....
कितना भी बड़ा क्यूँ ना हो जाऊं मैं माँ....
काला टिका, दुध मलाई आज भी सब कुछ वैसा है...
सीधा-साधा भोला-भाला मैं ही सबसे अच्छा हूं....
लेकिन आज भी मैं तेरा बच्चा हूँ....
©@lata_bhati
#मां...❤️🕊️