रोम -रोम इसका धुला रक्त शान से। कण -कण इसका भरा है | हिंदी शायरी

"रोम -रोम इसका धुला रक्त शान से। कण -कण इसका भरा है बलिदान से। पोर-पोर इस का भरा है जय गान से। पूछे -पूछ सको तो बूढ़े आसमान से। ©Ritesh Soni"

 रोम -रोम इसका धुला रक्त शान से।
कण -कण इसका भरा है बलिदान से।
पोर-पोर इस का भरा है जय गान से।
पूछे -पूछ सको तो बूढ़े आसमान से।

©Ritesh Soni

रोम -रोम इसका धुला रक्त शान से। कण -कण इसका भरा है बलिदान से। पोर-पोर इस का भरा है जय गान से। पूछे -पूछ सको तो बूढ़े आसमान से। ©Ritesh Soni

#Winters

People who shared love close

More like this

Trending Topic