Book quotes ✍️आज की डायरी ✍️
जरूरी है..... ✍️
कुछ कहानियों का अधूरा रहना जरूरी है ।
दिल को हल्का करने को रोना भी जरूरी है ।।
तन्हाई में भी गुजर जाए सुकूँ के वो सारे पल ।
अकेले रहने के लिए घर में इक कोना जरूरी है ।।
लिख दूँ तमाम किस्से अब तक के सफ़र का मैं ।
किताब-ए-जिन्दगी में कोरे काग़ज का होना जरूरी है ।।
नये ख़्वाब अब भी आ जाए इन आँखों में मगर ।
उन सपनों के लिए रात भर सोना जरूरी है ।।
खेल तो आज भी लेते हैं लोग जज्बातों के साथ ।
मासूम दिल सा बस कोई इक खिलौना जरूरी है ।।
जिन्दगी क्या है शायद ये जान भी जाएं हम "नीरज" ।
जिंदगी को जीने के हुनर को मगर समझना जरूरी है ।।
✍️ नीरज ✍️
©डॉ राघवेन्द्र