क्या खता थी हमारी ज़िन्दगी जीना हो गया भारी मैं तो | हिंदी Love

"क्या खता थी हमारी ज़िन्दगी जीना हो गया भारी मैं तो उन दरिंदो से अनजान थी लावारिश थी मैं, न हिन्दू थी न मुसलमान थी इन दरिंदो के लिये तो हवस का सामान थी मुझे तो उनमें दिखा था पिता और भाई पर मुझमे उनको अपनी बेटी नज़र न आई हे भगवान क्यों बनाई तुमने ये औरत जात जब बचाना ही नही है रखकर अपना हाथ"

 क्या खता थी हमारी  ज़िन्दगी जीना हो गया भारी
मैं तो उन दरिंदो से अनजान थी
लावारिश थी मैं, 
न हिन्दू थी न मुसलमान थी
इन दरिंदो के लिये तो हवस का सामान थी
मुझे तो उनमें दिखा था पिता और भाई
पर मुझमे उनको अपनी बेटी नज़र न आई
हे भगवान  क्यों बनाई तुमने ये औरत जात
जब बचाना ही नही है रखकर अपना हाथ

क्या खता थी हमारी ज़िन्दगी जीना हो गया भारी मैं तो उन दरिंदो से अनजान थी लावारिश थी मैं, न हिन्दू थी न मुसलमान थी इन दरिंदो के लिये तो हवस का सामान थी मुझे तो उनमें दिखा था पिता और भाई पर मुझमे उनको अपनी बेटी नज़र न आई हे भगवान क्यों बनाई तुमने ये औरत जात जब बचाना ही नही है रखकर अपना हाथ

#जज्बात #Emotion #nojoto #duniya #Soch #सोच #खता

People who shared love close

More like this

Trending Topic