नई नई tention आ रही हैँ,
ज़िन्दगी की मुझ पर emancipation आ रहीं हैँ,
जो हों नहीं सकता कभी मेरा,
उसकी attention आ रही हैँ,
बहुत हटा दूर कर रहाँ हूँ,
उसको पर बार बार उसकी reflection आ रहीं हैँ,
चंचल सा मन्न होता जा रहा हैँ,
जाने क्यूं बच्चो वाली intention आ रहीं हैँ,
कोई शख्स काम ना आया मेरे,
पर कामियाबी मे उनकी पूरी perfection आ रहीं हैँ,
दो मन्न का राज़ा हूँ,
बुरा करने वालो पर absolution आ रहीं हैँ.!
©Kunal Nayak
#alone